बिहार में रेल हादसा: 4 लोगों की दुखद मृत्यु हो जाए और राज्य का अहंकारी मुखिया नीतीश कुमार देखने तक न आए इससे ज्यादा बिहार की दुर्दशा और क्या हो सकती है, अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो उन्हें पीड़ितों को देखने जाना पड़ता: प्रशांत किशोर

सीतामढ़ी: बिहार के बक्सर जिले में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है, जिसमें 4 लोगों की मौत हुई और 1 सौ यात्री से भी अधिक लोग घायल हुए हैं। जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर से इस मामले में पत्रकारों ने सवाल किया। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि देश के मुखिया होने के नाते नीतीश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे नहीं और कहा कि जिला के अधिकारियों को आदेश दिया है। दुखद मृत्यु हो गई ये हम लोग देख-सुन रहे हैं। इसमें सबसे बड़ी जो दुखद बात है उसे बिहार के पत्रकार उठा ही नहीं रहे हैं। इसमें सबसे बड़ी दुखद बात ये है कि बिहार धरती में मात्र ऐसा राज्य है, जहां 100 से अधिक लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं और 4 से ज्यादा की दुखद मृत्यु हो जाए और राज्य का मुखिया नीतीश कुमार इतना अहंकारी है कि देखने तक नहीं गया। दुनिया में भारत की बात नहीं कर रहा हूं अगर किसी देश, किसी राज्य में दुखद मृत्यु हो जाए तो अमेरिका जैसे देश के राष्ट्रपति को सब काम छोड़कर जाना पड़ेगा। बिहार का मुखिया इतना अहंकारी हो गया है कि देखने तक नहीं आया। ये अहंकार क्यों है? क्योंकि ये आदमी जानता है कि वोट आप किसी को दीजिए मुख्यमंत्री तो मुझे ही बनना है। फेविकोल लगाकर कुर्सी पर बैठ गया है। भाजपा को वोट दीजिए, लालटेन को दीजिए, नीतीश को दीजिए या फिर कांग्रेस को वोट दीजिए हर बार मुख्यमंत्री यही आदमी बन जाता है।

नीतीश कुमार को शर्म नहीं आती है, जनता ने मुख्यमंत्री आपको बनाया है इतने लोगों की मृत्यु हो गई, परिवार उजड़ गए और आप हैं जिला अधिकारी को निर्देश दिया: प्रशांत किशोर

पत्रकारों से बातचीत के क्रम में प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की असंवेदनशीलता पर आगे कहा कि इस आदमी को इस बात का अहंकार हो गया है कि हम यहां से हट ही नहीं सकते। हमने बयान पढ़ा कि नीतीश कुमार कह रहे हैं कि जिलाधिकारी को निर्देश दिया है। बिहार के लोग इसलिए कह रहे हैं कि ये अधिकारियों का राज हो गया है। चुनकर आप गए हैं जनता ने मुख्यमंत्री आपको बनाया है इतने लोगों की मृत्यु हो गई, परिवार उजड़ गए और आप कहते हैं जिला अधिकारी को निर्देश दिया है। बीते दिनों छपरा में जहरीली शराब पीने से 70 लोगों की दुखद मृत्यु हो गई थी और ये आदमी पॉकेट में हाथ डालकर कहता था कि जो पियेगा वो मरेगा। ऐसे आदमी को बिहार के लोग अगर वोट देते हैं, तो गलती नीतीश कुमार की नहीं है बिहार की जनता की है। आपके बच्चों का जो निवाला छीन लिया, आपके बच्चों की जिसने पढ़ाई की व्यवस्था भंग करके अनपढ़ बना दिया, आपके बच्चों को जिसने मजदूर बना दिया उस आदमी को आप जाकर वोट देते हैं, तो आपसे बड़ा गुनाहगार कौन है? जनता सबसे बड़ा गुनाहगार है नेता, जो अपनी कुर्सी के लिए वोट मांग रहा है, आपको क्या मजबूरी है?

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